पुलिस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के मुख्य अंश
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रायपुर में आयोजित पुलिस सम्मेलन में बोलते हुए पुलिस के बारे में जनता की धारणा, विशेषकर युवाओं के बीच, बदलने की आवश्यकता पर बल दिया।
पुलिस प्रभावशीलता में वृद्धि
- शहरी एवं पर्यटक पुलिस व्यवस्था: शहरी पुलिस व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना तथा पर्यटक पुलिस प्रयासों को पुनर्जीवित करना।
- प्रौद्योगिकी के साथ एकीकरण:
- राष्ट्रीय खुफिया ग्रिड (NATGRID) के साथ एकीकृत डेटाबेस का प्रभावी उपयोग।
- कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी उत्पन्न करने के लिए इन प्रणालियों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता के माध्यम से जोड़ना।
- फोरेंसिक अध्ययन: आपराधिक न्याय प्रणाली को मजबूत करने के लिए जांच में फोरेंसिक के उपयोग पर केस अध्ययन करने के लिए विश्वविद्यालयों को प्रोत्साहित करना।
सुरक्षा और संरक्षा उपाय
- निगरानी और विकास:
- प्रतिबंधित संगठनों की नियमित निगरानी।
- वामपंथी उग्रवाद से मुक्त क्षेत्रों का समग्र विकास।
- तटीय सुरक्षा: इसे मजबूत करने के लिए नवीन मॉडल अपनाना।
- नशीली दवाओं का दुरुपयोग: प्रवर्तन, पुनर्वास और सामुदायिक स्तर पर हस्तक्षेप सहित "संपूर्ण-सरकार" दृष्टिकोण का उपयोग करके इसका समाधान किया जाएगा।
राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन
- राष्ट्रीय सुरक्षा मामले:
- आतंकवाद-विरोध और कट्टरपंथ-विरोध में उभरते रुझान।
- महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाना।
- विदेश से भारतीय भगोड़ों को वापस लाने की रणनीतियाँ।
- प्रभावी जांच और अभियोजन के लिए फोरेंसिक क्षमताओं को मजबूत करना।
- आपदा प्रबंधन:
- चक्रवात, बाढ़ और अन्य आपात स्थितियों के लिए तैयारी और समन्वय बढ़ाना।
- जीवन की सुरक्षा और न्यूनतम व्यवधान सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय योजना और वास्तविक समय समन्वय आवश्यक है।
इस सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह राज्य मंत्री और केंद्रीय गृह सचिव शामिल हुए। इसमें पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक के साथ-साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख भी शामिल हुए।