भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौता (ECTA)
वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार, 1 जनवरी, 2026 से ऑस्ट्रेलिया सभी भारतीय निर्यातों पर टैरिफ हटा देगा, जिससे भारत के श्रम-प्रधान क्षेत्रों के लिए नए अवसर उपलब्ध होंगे।
प्रमुख घटनाक्रम और प्रभाव
- 2024-25 में ऑस्ट्रेलिया को भारत के निर्यात में 8% की वृद्धि हुई।
- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच द्विपक्षीय वस्तु व्यापार 2024-25 में 24.1 अरब डॉलर रहा।
- भारत के निर्यात में 2023-24 में 14% की वृद्धि और 2024-25 में अतिरिक्त 8% की वृद्धि दर्ज की गई।
क्षेत्रीय लाभ
- कई क्षेत्रों में मजबूत बढ़त देखी गई:
- उत्पादन
- रसायन
- वस्त्र
- प्लास्टिक
- दवाइयों
- पेट्रोलियम उत्पाद
- रत्न और आभूषण - अप्रैल-नवंबर 2025 के दौरान निर्यात में 16% की वृद्धि हुई।
- कृषि निर्यात में व्यापक वृद्धि देखी गई:
- फलों और सब्जियों, समुद्री उत्पादों और मसालों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
- कॉफी निर्यात में असाधारण वृद्धि
अन्य उल्लेखनीय उपलब्धियाँ
- जैविक उत्पादों पर पारस्परिक मान्यता समझौते (MRA) पर हस्ताक्षर, जिसके तहत:
- एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
- निर्बाध व्यापार को सक्षम बनाया
- निर्यातकों के लिए अनुपालन लागत में कमी
भविष्य की योजनाएं
दोनों पक्ष व्यापार संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते पर बातचीत कर रहे हैं।