विकास का दूसरा इंजन: MSME | Current Affairs | Vision IAS
Union Budget Logo

    विकास का दूसरा इंजन: MSME

    Posted 10 Feb 2025

    Updated 24 Sep 2025

    1 min read

    संशोधन

    वर्गीकरण

    MSMEs के लिए मानदंड

     

    करोड़                           निवेश टर्नओवर 
     मौजूदा संशोधित मौजूदा संशोधित 
    सूक्ष्म उद्यम12.5510
    लघु उद्यम102550100
    मध्यम उद्यम50125250500

     

    गारंटी कवर के साथ ऋण उपलब्धता में वृद्धि

     

    करोड़ में                   क्रेडिट गारंटी कवर 
     मौजूदा संशोधित 
    SME510
    स्टार्ट-अप्स 1020
     20 करोड़ रुपये तक के सावधि ऋण के लिए

     

    सूक्ष्म उद्योग के लिए क्रेडिट कार्ड्स

     

    • उद्यम पोर्टल पर पंजीकृत सूक्ष्म उद्यमों के लिए 5 लाख रुपये की सीमा के साथ अनुकूलित क्रेडिट कार्ड्स। 
    • पहले वर्ष में 10 लाख कार्ड जारी किये जायेंगे। 
    स्टार्ट-अप्स के लिए फंड्स ऑफ़ फंड 
    • विस्तारित दायरे और 10,000 करोड़ रुपये के नए योगदान के साथ एक नया फंड ऑफ फंड्स स्थापित किया जाएगा। 
    पहली बार उद्यमियों के लिए योजना 
    • इसे महिलाओं, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति सहित 5 लाख पहली बार के उद्यमियों के लिए लॉन्च किया जाएगा। 
    • यह अगले 5 वर्षों के दौरान 2 करोड़ रुपये तक का सावधि ऋण प्रदान करेगा। 
    रोजगार और उद्यमिता के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए श्रम-सघन क्षेत्रों के लिए उपाय 
    • फुटवियर और चमड़ा क्षेत्रक के लिए फोकस उत्पाद योजना: यह योजना फुटवियर और चमड़ा क्षेत्रक की उत्पादकता, गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए चलाई जाएगी।  
      • विशेषताएं: गैर-चमड़े और चमड़े के जूते और उत्पादों के उत्पादन के लिए आवश्यक डिजाइन क्षमता, घटक निर्माण और मशीनरी के लिए सहायता प्रदान करना। 
      • लक्ष्य: 22 लाख लोगों के लिए रोजगार उपलब्ध करवाना; 4 लाख करोड़ का कारोबार और 1.1 लाख करोड़ से अधिक का निर्यात करना। 
    • भारत को खिलौनों के लिए एक वैश्विक केंद्र बनाने की योजना: क्लस्टर्स, कौशल और एक विनिर्माण इकोसिस्टम के विकास पर ध्यान केंद्रित करना जो उच्च गुणवत्ता वाले, अद्वितीय, अभिनव और टिकाऊ खिलौने बनाएगा। ये 'मेड इन इंडिया' ब्रांड का प्रतिनिधित्व करेंगे। 
      • यह खिलौनों के लिए राष्ट्रीय कार्य-योजना पर आधारित है। 
    • खाद्य प्रसंस्करण हेतु सहायता- बिहार में राष्ट्रीय खाद्य प्रौद्योगिकी, उद्यमिता एवं प्रबंधन संस्थान की स्थापना की जाएगी। 
      • इसके परिणामस्वरूप किसानों की आय में वृद्धि होगी; युवाओं के लिए कौशल, उद्यमिता और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
    राष्ट्रीय विनिर्माण मिशन - "मेक इन इंडिया" को आगे बढ़ाना
    • व्यवसाय करने में आसानी और लागत पर ध्यान केंद्रित करना; मांग आधारित नौकरियों के लिए भविष्य के लिए तैयार कार्यबल तैयार करना; जलवायु अनुकूल विकास के लिए जीवंत और गतिशील MSME क्षेत्रक, स्वच्छ तकनीक विनिर्माण का विकास करना। 
      • यह नीतिगत समर्थन, निष्पादन रोडमैप, सुशासन आदि प्रदान करके लघु, मध्यम और बड़े उद्योगों को कवर करेगा। 
    • यह मिशन घरेलू मूल्य संवर्धन में सुधार करने और सौर पी.वी. सेल्स, EV बैटरी, मोटर और नियंत्रक, इलेक्ट्रोलाइजर, पवन टरबाइन, अत्यधिक उच्च वोल्टेज ट्रांसमिशन उपकरण और ग्रिड स्केल बैटरी के लिए घरेलु इकोसिस्टम का निर्माण करने के लिए क्लीन टेक विनिर्माण में भी सहायता करेगा
    • Tags :
    • विकास का दूसरा इंजन
    • क्रेडिट गारंटी कवर
    • फंड्स ऑफ़ फंड
    • रोजगार और उद्यमिता
    Watch Union Budget
    Subscribe for Premium Features