भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र | Current Affairs | Vision IAS
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    साथ ही खबरों में

    Posted 27 May 2025

    36 min read

    भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र

    INCOIS ने गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र और केरल के तटों पर ऊंची समुद्री लहरों की चेतावनी जारी की है।

    INCOIS के बारे में

    • उत्पत्ति: इसकी स्थापना 1999 में की गई थी। यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) के अधीन एक स्वायत्त निकाय है।
      • यह पृथ्वी प्रणाली विज्ञान संगठन (ESSO) की एक इकाई है।
    • मुख्यालय: हैदराबाद में स्थित है।
    • प्रमुख कार्य: व्यवस्थित और केंद्रित अनुसंधान के जरिए सतत महासागरीय अवलोकन और उसमें निरंतर सुधार के माध्यम से समाज, उद्योग, सरकारी एजेंसियों और वैज्ञानिक समुदाय को महासागर संबंधी जानकारी और सलाहकारी सेवाएं प्रदान करना।
    • अन्य INCOIS सेवाएं: 
      • मछली पकड़ने के लिए संभावित क्षेत्रों (PFZ) की सलाह देना, 
      • सुनामी के लिए प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली, 
      • महासागर स्थिति पूर्वानुमान (OSF), 
      • कोरल ब्लीचिंग अलर्ट सिस्टम आदि।
    • Tags :
    • INCOIS

    फारस की खाड़ी/ पर्शियन गल्फ

    अमेरिकी राष्ट्रपति ने पर्शियन गल्फ का नाम बदलकर ‘अरेबियन गल्फ’ या ‘गल्फ ऑफ़ अरेबिया’ करने के प्रस्ताव को रद्द कर दिया। 

    फारस की खाड़ी के बारे में 

    • यह हिंद महासागर का एक उथला सीमांत सागर है, जो अरब प्रायद्वीप और दक्षिण-पश्चिमी ईरान के मध्य स्थित है।
      • होर्मुज जलसंधि फारस की खाड़ी (पश्चिम) को ओमान की खाड़ी और अरब सागर (दक्षिण-पूर्व) से जोड़ती है।
    • इसकी सीमा ईरान, ओमान, UAE, कतर, बहरीन, सऊदी अरब, कुवैत और इराक से लगती है।
    • इस खाड़ी में टिग्रिस, यूफ्रेटस और करुण नदियां  गिरती हैं।
    • यह समुद्री परिवहन, खासकर तेल के लिए एक महत्वपूर्ण जलमार्ग है।
    • Tags :
    • पर्शियन गल्फ

    राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना

    कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने NAPS के तहत दिए जाने वाले स्टाइपेंड में 36% की वृद्धि की सिफारिश की है।

    NAPS के बारे में

    • इसे अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था। इस योजना को वित्त वर्ष 2022-23 से NAPS-2 के रूप में संचालित किया जा रहा है।
    • मंत्रालय: कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय।
    • उद्देश्य: प्रशिक्षु अधिनियम, 1961 के तहत प्रशिक्षुओं को नियुक्त करने वाले प्रतिष्ठानों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करना।
    • NAPS-2 एक केंद्रीय क्षेत्रक की योजना है। यह “कौशल भारत कार्यक्रम‟ की अम्ब्रेला योजना के तहत उप-घटकों में से एक है।
    • NAPS-2 के तहत प्रशिक्षु के लिए न्यूनतम आयु 14 वर्ष तथा अधिकतम आयु 35 वर्ष है। हालांकि कुछ चुनिंदा ट्रेड्स के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष है।
    • Tags :
    • MSDE
    • राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना

    किलाउआ ज्वालामुखी

    हवाई स्थित किलाऊआ ज्वालामुखी में दिसंबर 2024 के बाद, फिर से विस्फोट हुआ, जिससे इसमें से लावा के फव्वारे निकल रहे है।

    • इस विस्फोट से राख, गैस और पेलीज हेयर (Pele’s hair) नामक कांच जैसे ज्वालामुखीय फाइबर सहित विभिन्न ज्वालामुखीय पदार्थ निकले है।
    • इसके प्रारंभिक खतरों में अत्यधिक मात्रा में ज्वालामुखी गैस का निकलना शामिल है ये गैसें वायुमंडल के साथ प्रतिक्रिया करके वोग (ज्वालामुखी धुंध) बना सकती हैजो लोगों, जानवरों आदि को नुकसान पहुंचा सकता है।

    किलाउआ ज्वालामुखी के बारे में

    • अवस्थिति: यह अमेरिका स्थित हवाई द्वीप के दक्षिण-पूर्वी भाग में अवस्थित है।
    • यह विश्व के सर्वाधिक सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है।
    • यह हवाई वॉल्केनोज़ नेशनल पार्क में स्थित है। इसके पास ही मोना लोआ नामक एक और बड़ा लेकिन कम सक्रिय ज्वालामुखी स्थित है। यह पृथ्वी का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है।
    • ये दोनों शील्ड ज्वालामुखी हैं।
      • शील्ड ज्वालामुखी मिश्रित ज्वालामुखियों की तरह शंक्वाकार चोटियों वाले ऊंचे पर्वतों का निर्माण नहीं करते हैं।
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    • किलाउआ ज्वालामुखी

    पंचायत उन्नति सूचकांक

    कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) ने NAPS के तहत दिए जाने वाले स्टाइपेंड में 36% की वृद्धि की सिफारिश की है।

    NAPS के बारे में

    • इसे अगस्त 2016 में लॉन्च किया गया था। इस योजना को वित्त वर्ष 2022-23 से NAPS-2 के रूप में संचालित किया जा रहा है।
    • मंत्रालय: कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय।
    • उद्देश्य: प्रशिक्षु अधिनियम, 1961 के तहत प्रशिक्षुओं को नियुक्त करने वाले प्रतिष्ठानों को वित्तीय प्रोत्साहन प्रदान करना।
    • NAPS-2 एक केंद्रीय क्षेत्रक की योजना है। यह “कौशल भारत कार्यक्रम‟ की अम्ब्रेला योजना के तहत उप-घटकों में से एक है।
    • NAPS-2 के तहत प्रशिक्षु के लिए न्यूनतम आयु 14 वर्ष तथा अधिकतम आयु 35 वर्ष है। हालांकि कुछ चुनिंदा ट्रेड्स के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष है।
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    • पंचायत उन्नति सूचकांक

    भारत में शहद उत्पादन

    प्रधान मंत्री ने बताया है कि पिछले एक दशक में देश में शहद के उत्पादन में 60% की वृद्धि हुई है।

    भारत में शहद उत्पादन के बारे में

    • उत्पादन: पिछले 11 वर्षों में भारत में शहद उत्पादन 70,000-75,000 मीट्रिक टन प्रति वर्ष से बढ़कर लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन (60% वृद्धि) हो गया है।
      • भारत विश्व का 7वां सबसे बड़ा शहद उत्पादक देश है। दुनिया में चीन शहद का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है।
    • प्रमुख शहद उत्पादक राज्य (2022-23): उत्तर प्रदेश (17%), पश्चिम बंगाल (16%), पंजाब, बिहार, राजस्थान आदि।
    • निर्यात: भारत में शहद उत्पादन का 50% से अधिक हिस्सा निर्यात किया जाता है।
    • प्रमुख निर्यात गंतव्य (2023-24): यू.एस.ए., यू.ए.ई., सऊदी अरब, कतर और लीबिया।
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    • शहद उत्पादन

    शुगर बोर्ड

    केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सभी संबद्ध स्कूलों को अपने परिसर में 'शुगर बोर्ड' स्थापित करने का निर्देश दिया है।

    • यह कदम राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) की सिफारिश के बाद उठाया गया है, जिसने टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा, आदि के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता व्यक्त की है।
    • टाइप 2 डायबिटीज तब होती है जब शरीर इंसुलिन के प्रति प्रतिरोधक बन जाता है या पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है।
    • टाइप 1 डायबिटीज एक ऑटोइम्यून बीमारी है जिसमें इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को इम्यून सिस्टम नष्ट कर देता है।

    शुगर बोर्ड के बारे में

    • यह निम्नलिखित के बारे में आवश्यक जानकारी प्रदान करेगा, जैसे कि 
      • दैनिक रूप से चीनी के सेवन की उचित मात्रा, 
      • आमतौर पर खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों में चीनी की मात्रा (अस्वास्थ्यकर भोजन जैसे जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक आदि), 
      • ज्यादा चीनी खाने से जुड़े स्वास्थ्य संबंधी जोखिम आदि के बारे में।
    • यह छात्रों को तथ्य और साक्ष्य के आधार पर खाद्य पदार्थों के बेहतर विकल्पों के बारे में शिक्षित करेगा।
    • Tags :
    • शुगर बोर्ड

    रिजनरेटिव ब्रेकिंग

    भारत ने रिजनरेटिव ब्रेकिंग से लैस 9000 हॉर्स पावर का पहला लोकोमोटिव (D-9 इंजन) लॉन्च  किया।

    रिजनरेटिव ब्रेकिंग के बारे में

    • पारंपरिक इलेक्ट्रिक ट्रेन ब्रेकिंग सिस्टम में डायनेमिक ब्रेकिंग का उपयोग किया जाता है। इसमें ट्रेन की गतिज ऊर्जा अपशिष्ट के रूप में मुख्य रूप से ऊष्मा के रूप में नष्ट हो जाती है।
    • रिजनरेटिव ब्रेकिंग में, इलेक्ट्रिक मोटर्स में करंट को रिवर्स कर दिया जाता है। इससे बिजली उत्पन्न होती है, जिसे बिजली वितरण प्रणाली में वापस भेजा जा सकता है।
    • लाभ: यह ऊर्जा की कुल खपत को घटाने में मदद करता है, आदि।
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    • रिजनरेटिव ब्रेकिंग
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