इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी (ISA) ने ISA असेंबली के ऐतिहासिक 30वें सत्र का समापन किया | Current Affairs | Vision IAS
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    इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी (ISA) ने ISA असेंबली के ऐतिहासिक 30वें सत्र का समापन किया

    Posted 06 Aug 2025

    1 min read

    यह सत्र संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून अभिसमय (UNCLOS) और इसके 1994 भाग XI कार्यान्वयन समझौते के तहत ISA की स्थापना की 30वीं वर्षगांठ के साथ संपन्न हुआ। 

    30वें सत्र के प्रमुख निर्णय

    • कॉमन हेरिटेज फंड के विकास में प्रगति हुई। यह संधारणीयता, क्षमता-निर्माण और समान लाभ-साझाकरण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।  
    • आर्थिक योजना आयोग का संचालन शुरू किया गया, जो समुद्र नितल खनन के आर्थिक प्रभावों का आकलन करेगा और निवारण उपाय सुझाएगा। 
    • 1 नवंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय गहरा समुद्र नितल दिवस’ (International Deep Seabed Day) के रूप में अपनाया गया। 

    इंटरनेशनल सीबेड अथॉरिटी (ISA) के बारे में 

    • ISA राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे समुद्र नितल के खनिज संसाधनों का प्रबंधन करता है। विश्व के महासागरों का लगभग 54% हिस्सा राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्रों के अंतर्गत आता है।  
      • यह विश्व का एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय निकाय है, जो राष्ट्रीय सीमाओं से परे गहरे समुद्री क्षेत्रों पर केंद्रित है। 
    • ISA का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि खनन सहित गहरे समुद्र में होने वाली सभी आर्थिक गतिविधियां विनियमित हों और जिम्मेदारी से संचालित हों। 
    • मुख्यालय: किंग्स्टन, जमैका। 
    • सदस्यता: 170 (169 देश + यूरोपीय संघ); UNCLOS के सभी पक्षकार इसके सदस्य हैं।

    ISA की कुछ हालिया पहलें 

    • डीप-सी बायोबैंक पहल (DBI) 2025
      • उद्देश्य: राष्ट्रीय अधिकार क्षेत्र से परे अंतर्राष्ट्रीय समुद्री नितल क्षेत्र से गहरे समुद्र के जैविक नमूनों और आनुवंशिक डेटा तक वैश्विक पहुंच को बढ़ाना।   
      • यह गहरे समुद्र के जैविक नमूनों का एक वैश्विक भंडार स्थापित करेगा, जो अनुसंधान और क्षमता-विकास गतिविधियों के लिए सुलभ होगा। 
    • AREA2030: 2030 तक अंतर्राष्ट्रीय समुद्र नितल क्षेत्र का हाई-रिज़ॉल्यूशन मानचित्रण करना। 
    • सतत समुद्र नितल ज्ञान पहल (SSKI): गहरे समुद्र की प्रभावी सुरक्षा और प्रबंधन के लिए वैज्ञानिक आधार को मजबूत करना। 
    • Tags :
    • International Seabed Authority
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