सेंटर फॉर मरीन लिविंग रिसोर्सेज़ एंड इकोलॉजी (CMLRE) के अध्ययन में ELSA 3 जहाज के डूबने से हुए भारी पारिस्थितिक नुकसान का पता चला | Current Affairs | Vision IAS
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    सेंटर फॉर मरीन लिविंग रिसोर्सेज़ एंड इकोलॉजी (CMLRE) के अध्ययन में ELSA 3 जहाज के डूबने से हुए भारी पारिस्थितिक नुकसान का पता चला

    Posted 20 Sep 2025

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    Article Summary

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    ELSA 3 जहाज़ दुर्घटना के कारण अरब सागर में महत्वपूर्ण पारिस्थितिक क्षति हुई, तेल और प्रदूषक निकले, समुद्री जीवन को नुकसान पहुंचा, तथा अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण पहल को बढ़ावा मिला।

    गौरतलब है कि कुछ महीने पहले ELSA 3 जहाज केरल तट के पास दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में डूब गया था। इस जहाज में टन भर फर्नेस ऑयल और लो-सल्फर डीजल भरा हुआ था।

    • पवन और समुद्री धाराओं के चलने के बावजूद, समुद्र में तेल एक ही जगह पर जमा रहा। इससे यह पता चला है कि बंद कम्पार्टमेंट्स से लगातार तेल का रिसाव हो रहा था, जिसकी वजह से समुद्री तेल रिसाव की आपदा हुई।

    अध्ययन के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर

    • रासायनिक संदूषण और प्रदूषकों का बने रहना: दुर्घटना के चलते जहाज का मलबा भारी धातुओं जैसे निकेल, सीसा, कॉपर और वैनेडियम का एक स्थानीय स्रोत बन गया। ये सभी धातुएं पानी और तलछट में पाई गई हैं। 
      • तेल रिसाव के अलावा, तट पर पॉलीएरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) (नेफ़थलीन, फ्लोरीन, एन्थ्रेसीन आदि) और अन्य पेट्रोलियम-व्युत्पन्न प्रदूषक भी पाए गए।
    • समुद्री खाद्य श्रृंखला पर जैविक प्रभाव:
      • जैव-संचयन: समुद्री खाद्य श्रृंखला का आधार माने जाने वाले ज़ूप्लैंकटन में पेट्रोलियम-व्युत्पन्न प्रदूषकों का उच्च स्तर पाया गया है।
        • जैव-संचयन का अर्थ है किसी प्रदूषक (जैसे कीटनाशक या भारी धातु) का समय के साथ किसी जीवित जीव में संचित होते होना।
      • मछली के अंडे और लार्वा: इनमें क्षय/ मृत्यु के लक्षण दर्ज किए गए हैं। इससे अरब सागर में मत्स्यन के समक्ष खतरा पैदा हो गया है।
      • बेंथिक जीव: संवेदनशील प्रजातियों की संख्या में गिरावट देखी गई है और प्रदूषण-सहनशील कीड़े एवं द्विकपाटी (bivalves) जीवित पाए गए हैं। यह गंभीर पारिस्थितिक तनाव और पर्यावास क्षरण का स्पष्ट संकेत है।
        • समुद्री नितल या उसके निकट रहने वाले जीवों को बेंथिक जीव कहा जाता है।

    जहाजों से होने वाले समुद्री प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदम:

    • जहाजों से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम के लिए अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन या MARPOL/ मार्पोल कन्वेंशन (भारत इसका हस्ताक्षरकर्ता है)
    • तेल प्रदूषण तैयारी, प्रतिक्रिया और सहयोग पर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन (OPRC) 1990 (भारत इसका हस्ताक्षरकर्ता है)
    • बंकर तेल प्रदूषण क्षति के लिए सिविल दायित्व पर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन (2001): भारत ने 2015 में इस कन्वेंशन की अभिपुष्टि की थी।
    • राष्ट्रीय तेल रिसाव आपदा आकस्मिक योजना, 1996: भारतीय तटरक्षक बल को तेल प्रदूषण से निपटने के लिए केंद्रीय समन्वय प्राधिकरण के रूप में नामित किया गया है।
    • Tags :
    • ELSA 3 Shipwreck
    • Ecological Impact
    • Centre for Marine Living Resources and Ecology (CMLRE)
    • Marine Pollution
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