सुपरनोवा स्टेंट
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS/एम्स), नई दिल्ली ने एक नए और उन्नत स्ट्रोक उपचार उपकरण का नैदानिक परीक्षण (क्लिनिकल ट्रायल) किया। यह इस तरह के उपकरण का भारत का पहला नैदानिक परीक्षण है। इस उपकरण को सुपरनोवा स्टेंट नाम दिया गया है।
- स्ट्रोक (आघात) तब होता है, जब मस्तिष्क के किसी हिस्से में रक्त की आपूर्ति अवरुद्ध हो जाती है या मस्तिष्क में रक्त वाहिका फट जाती है।
- स्ट्रोक से स्थायी मस्तिष्क क्षति, दीर्घकालिक दिव्यांगता या मृत्यु भी हो सकती है।
सुपरनोवा स्टेंट के बारे में
- यह रिपरफ्यूशन प्रक्रिया के माध्यम से कार्य करता है। इसमें एक अवरुद्ध मस्तिष्क धमनी (सेरेब्रल आर्टरी) से रक्त के थक्के को भौतिक रूप से कैप्चर करके उसे हटाया जाता है।
- इसकी संरक्षा और उच्च प्रभावकारिता GRASSROOT ट्रायल में सिद्ध हुई थी।
- GRASSROOT: द ग्रेविटी स्टेंट-रिट्रीवर सिस्टम फॉर रिपरफ्यूशन ऑफ लार्ज वेसल ऑक्लूज़न स्ट्रोक।
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- Supernova Stent
सम्राट पेरुंबिदुगु मुतरैय्यर द्वितीय (सुवरण मारन)
भारत के उपराष्ट्रपति ने सम्राट पेरुंबिदुगु मुतरैय्यर द्वितीय (सुवरण मारन) के सम्मान में एक डाक टिकट जारी किया।
सम्राट पेरुंबिदुगु मुतरैय्यर द्वितीय (सुवरण मारन) के बारे में
- इन्हें शत्रुभयंकर के नाम से भी जाना जाता था।
- राजवंश: मुतरैय्यर राजवंश से संबंधित, जो पल्लवों के सामंत थे।
- क्षेत्र: मध्य तमिलनाडु के कुछ हिस्सों पर शासन किया था।
- अवधि: 705 से 745 ईस्वी के दौरान शासन किया था।
- राजधानी: तिरुचिरापल्ली से शासन किया था।
- प्रशासन: स्थिर शासन और क्षेत्रीय समेकन के लिए जाने जाते हैं।
- सांस्कृतिक संरक्षण: मंदिरों का निर्माण करवाया, शैव और अन्य विद्वानों तथा तमिल संस्कृति को संरक्षण प्रदान किया आदि।
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- Emperor Perumbidugu Mutharaiyar II
उल्का
दुनिया भर में जेमिनिड (Geminid) उल्का बौछार (meteor shower) देखी गई।
- जेमिनिड्स चमकीली और तीव्र गति वाली उल्काएं होती हैं। इनका रंग पीला होता है।
- जेमिनिड उल्का बौछार प्रत्येक वर्ष दिसंबर के मध्य में चरम पर होती है। इसके चरम के दौरान प्रति घंटे 120 जेमिनिड उल्काएं देखी जा सकती हैं।
उल्का के बारे में
- एक उल्का को आमतौर पर "टूटता तारा" (shooting star) कहा जाता है। यह तब बनती है, जब कोई उल्काभ (meteoroid) या उल्कापिंड (Meteorite) पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करती/करता है और घर्षण के कारण जल जाती/जाता है।
- उल्काभ आम तौर पर बड़े खगोलीय पिंडों से टूटकर अलग हुए अंतरिक्ष में मौजूद छोटे-छोटे चट्टानी पिंड होंते हैं। इनका आकार धूल के कणों से लेकर छोटे क्षुद्रग्रहों (asteroids) तक होता है।
- अधिकांश उल्काएं धरातल पर पहुंचने से पहले ही पूरी तरह से जल जाती हैं।
- जब कोई उल्काभ वायुमंडल से गुजरते हुए पूरी तरह से नष्ट न होकर धरातल से टकराती है, तो उसे उल्कापिंड कहते हैं।
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- Meteor
ऑपरेशन थंडर 2025
ऑपरेशन थंडर 2025 के तहत 30,000 जीवित जानवर जब्त किए गए।
ऑपरेशन थंडर के बारे में
- इसे इंटरपोल और विश्व सीमा शुल्क संगठन (WCO) द्वारा इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑन कॉम्बेटिंग वाइल्डलाइफ एंड फॉरेस्ट्री क्राइम (ICCWC) के समर्थन से समन्वित किया गया था।
- इसका उद्देश्य वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में अवैध रूप से व्यापार किए गए वन्यजीवों और वानिकी उत्पादों को रोकना एवं जब्त करना है। साथ ही, इस प्रकार के पर्यावरणीय अपराधों में शामिल आपराधिक नेटवर्कों की पहचान करना, उन्हें बाधित करना और नष्ट करना है।
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- Operation Thunder 2025
पोंडुरु खादी
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम के पोंडुरु खादी को भौगोलिक संकेतक टैग (GI tag) प्राप्त हुआ।
पोंडुरु खादी के बारे में
- यह मुख्य रूप से छोटे रेशे वाली और पहाड़ी किस्म की कीट प्रतिरोधी कपास से निर्मित होती है।
- महत्त्व: इस कपास की खेती में रसायनों का उपयोग नहीं होता।
भौगोलिक संकेतक (GI) टैग के बारे में
- GI टैग का इस्तेमाल ऐसे उत्पादों पर किया जाता है, जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है। इसी उत्पत्ति के कारण इन उत्पादों में विशिष्ट गुण या प्रतिष्ठा होती है।
- भारत में, वस्तुओं का भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम, 1999 GI के पंजीकरण व बेहतर संरक्षण का प्रावधान करता है।
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- GI Tag
लूनरक्रीट
वैज्ञानिक चंद्रमा पर लंबी अवधि की बस्तियों के लिए लूनरक्रीट (Lunarcrete) (चंद्रमा पर बना कंक्रीट) विकसित करने पर विचार कर रहे हैं।
लूनरक्रीट के बारे में
- यह चंद्रमा पर निर्माण कार्यों के लिए चंद्रमा की मिट्टी (Lunar Regolith) से बनी एक काल्पनिक सामग्री है, जो कंक्रीट के समान होगी।
- उद्देश्य: चंद्रमा पर भवनों की निर्माण लागत को कम करना, जो इसके कम गुरुत्वाकर्षण और वायुमंडल रहित वातावरण के लिए उपयुक्त हो।
- लूनरक्रीट के मूल तत्व: नियमित कंक्रीट के समान, अर्थात् एग्रीगेट (बजरी, रेत आदि), जल और सीमेंट।
- हालांकि, चंद्रमा पर पर्याप्त जल प्राप्त करना एक चुनौती बनी हुई है।
- Tags :
- lunarcrete
- Lunarcrete
थैलेसीमिया
थैलेसीमिया के मरीजों ने संसद में राष्ट्रीय रक्त आधान विधेयक, 2025 (National Blood Transfusion Bill, 2025) को प्रस्तुत किए जाने का स्वागत किया है।
- यह एक गैर-सरकारी विधेयक (Private Member Bill) है। इसका उद्देश्य मानव रक्त और रक्त घटकों के संग्रहण, परीक्षण, प्रसंस्करण, भंडारण आदि को विनियमित करने के लिए एक समर्पित कानूनी ढांचा निर्मित करना है।
थैलेसीमिया के बारे में
- यह एक वंशानुगत रक्त विकार है, जो हीमोग्लोबिन के अपर्याप्त उत्पादन के कारण होता है।
- इसमें अल्प मात्रा में और कम समय तक जीवित रहने वाली लाल रक्त कोशिकाएं (RBCs) बनती हैं।
- इसके परिणामस्वरूप एनीमिया होता है और शरीर के ऊतकों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति कम हो जाती है।
- अधिकांश थैलेसीमिया रोगियों को एनीमिया के इलाज के लिए नियमित रक्त आधान (blood transfusions) की आवश्यकता होती है।
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- Thalassaemia
महाक्राइमओएस एआई (MahaCrimeOS AI)
महाराष्ट्र ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके बढ़ते साइबर अपराध के प्रति अपनी प्रतिक्रिया को मजबूत करने के लिए महाक्राइमओएस एआई (MahaCrimeOS AI) लॉन्च किया।
महाक्राइमओएस एआई के बारे में
- प्लेटफॉर्म: यह एक उन्नत AI को-पायलट प्रणाली है। इसे माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से विकसित किया गया है। यह अज़ूर ओपनएआई सर्विस का उपयोग करता है।
- उद्देश्य: विशाल, असंरचित और बहुभाषी डेटा (जैसे- FIRs, बैंक विवरण आदि) का विश्लेषण करके कार्यप्रवाह को सुव्यवस्थित करना तथा जांच में लगने वाले समय को 80% तक कम करना।
- कार्य: यह डेटा निष्कर्षण को स्वचालित करेगा; जांचकर्ताओं को प्रोटोकॉल के माध्यम से मार्गदर्शन प्रदान करेगा, और जटिल अपराध संपर्कों की पहचान करेगा।
- Tags :
- MahaCrimeOS AI
तमिलनाडु की CbMRV प्रणाली
तमिलनाडु ने एक समुदाय-आधारित मापन, रिपोर्टिंग और सत्यापन (Community-based Measurement, Reporting, and Verification: CbMRV) प्रणाली शुरू की। इसके माध्यम से जन-नेतृत्व युक्त जलवायु खुफिया आंदोलन का निर्माण किया जाएगा।
CbMRV प्रणाली के बारे में
- परिचय: इसे यूके पैक्ट (UK PACT) कार्यक्रम के तहत 2023 में एक प्रायोगिक योजना के रूप में शुरू किया गया था।
- अवधारणा: यह स्थानीय समुदायों को जलवायु एवं पर्यावरण संबंधी डेटा को संग्रहीत करने, सत्यापित करने और रिपोर्ट करने के लिए सशक्त बनाती है।
- फोकस: यह मुख्य रूप से ब्लू कार्बन संसाधनों जैसे मैंग्रोव को लक्षित करती है, जिसमें pH और कार्बन की मात्रा जैसे कारकों को मापा जाता है।
- महत्त्व: यह नीचे से ऊपर जलवायु नियोजन, जलवायु समुत्थानशीलता, पेरिस समझौते के तहत उत्सर्जन ट्रैकिंग आदि को मजबूत करती है।
- Tags :
- Tamil Nadu's CbMRV