नये “यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक एजेंडा” को अनुमोदित किया गया | Current Affairs | Vision IAS
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    नये “यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक एजेंडा” को अनुमोदित किया गया

    Posted 22 Oct 2025

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    Article Summary

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    यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक एजेंडा पांच स्तंभों पर जोर देता है: समृद्धि, प्रौद्योगिकी, सुरक्षा, कनेक्टिविटी और समर्थक, जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, नवाचार, सुरक्षा सहयोग, क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और संस्थागत समर्थन को बढ़ावा देना है।

    यूरोपीय परिषद ने यूरोपीय संघ-भारत रणनीतिक एजेंडा को मंजूरी प्रदान की। इसमें भू-राजनीतिक संदर्भ में उभरते अवसरों, चुनौतियों और खतरों से निपटने के लिए प्राथमिकता वाले पांच स्तंभों की पहचान की गई है। 

    प्राथमिकता वाले पांच स्तंभ 

    • समृद्धि और संधारणीयता: यह आर्थिक संवृद्धि, रोजगार सृजन, डीकार्बोनाइजेशन और आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करता है। 
      • मुक्त व्यापार समझौते (FTA) और निवेश संरक्षण समझौते (IPA) को अंतिम रूप देना इसके केंद्रीय लक्ष्य हैं। 
    • प्रौद्योगिकी और नवाचार: महत्वपूर्ण उभरती प्रौद्योगिकियों और डिजिटल अवसंरचना पर सहयोग को गहरा करने पर केंद्रित है। साथ ही, यह व्यापार एवं प्रौद्योगिकी परिषद और हॉरिजोन यूरोप के माध्यम से अनुसंधान संबंधी सहयोग को बढ़ावा देगा। 
    • सुरक्षा और रक्षा: वैश्विक सुरक्षा संबंधी खतरों, भू-राजनीतिक तनावों और तकनीकी परिवर्तनों से निपटना। उदाहरण के लिए- हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समन्वय स्थापित करना और नियम-आधारित समुद्री व्यवस्था को बढ़ावा देना। 
    • कनेक्टिविटी और वैश्विक मुद्दे: यह क्षेत्रीय कनेक्टिविटी, वैश्विक गवर्नेंस और तीसरे देशों में सहयोग को मजबूत करेगा। 
      • उदाहरण के लिए- भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC) और ग्लोबल गेटवे जैसी पहलों को मजबूत करना। 
    • सभी स्तंभों में सक्षमकर्ता: यह सभी चार मुख्य स्तंभों को समर्थन देने के लिए कौशल गतिशीलता, ज्ञान विनिमय, व्यापार सहभागिता और संस्थागत सहयोग को सुगम बनाएगा। 

    भारत-यूरोपीय संघ संबंध

    • राजनयिक संबंध: भारत 1962 में यूरोपीय आर्थिक समुदाय के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था। 
      • 2004 में संबंधों को रणनीतिक साझेदारी में अपग्रेड किया गया था।
    • द्विपक्षीय व्यापार: भारत और यूरोपीय संघ के बीच वस्तुओं का व्यापार 2024 में 120 बिलियन यूरो तक पहुंच गया था। 
      • EU भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है। 
    • प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI): अप्रैल 2000 और दिसंबर 2023 के बीच यूरोपीय संघ से संचयी FDI अंतर्वाह 107.27 बिलियन अमेरिकी डॉलर का था। 
    • Tags :
    • European Union
    • New Strategic EU-India Agenda
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