राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (NSS) ने 75 वर्ष पूरे किए | Current Affairs | Vision IAS
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    राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (NSS) ने 75 वर्ष पूरे किए

    Posted 21 Jul 2025

    12 min read

    राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (NSS) की स्थापना 1950 में पी.सी. महालनोबिस ने की थी। इसे देशभर से यादृच्छिक (Random) नमूनाकरण के आधार पर आर्थिक और सामाजिक जानकारी एकत्र करने के लिए स्थापित किया गया था। 

    NSS के बारे में

    • मंत्रालय: सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय।
    • अध्यक्ष: एक महानिदेशक इसका अध्यक्ष होता है, जो अखिल भारतीय आधार पर बड़े पैमाने पर नमूना सर्वेक्षणों के संचालन के लिए जिम्मेदार है।
    • कवरेज (सर्वेक्षण के विषय):
      • सामाजिक-आर्थिक विषयों पर पारिवारिक सर्वेक्षण: उदाहरण के लिए- जनसंख्या, जन्म, मृत्यु, प्रवासन, प्रजनन क्षमता, परिवार नियोजन आदि।
      • भूमि जोत, पशुधन और कृषि पर सर्वेक्षण।
      • स्थापना सर्वेक्षण और उद्यम सर्वेक्षण: उदाहरण के लिए- असंगठित क्षेत्रक में गैर-कृषि उद्यमों और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीण खुदरा कीमतों का संग्रह।
      • ग्राम सर्वेक्षण: भारतीय गांवों में बुनियादी ढांचा सुविधाओं की उपलब्धता पर जानकारी एकत्र करना।
    • NSS के चार प्रभाग (डिवीजन):
      • सर्वेक्षण डिजाइन और अनुसंधान प्रभाग (SDRD): यह कोलकाता में स्थित है। यह सर्वेक्षणों की तकनीकी योजना, अवधारणाओं व परिभाषाओं के निर्माण, नमूना डिजाइन आदि के लिए जिम्मेदार है।
      • क्षेत्र संचालन प्रभाग (FOD): इसका मुख्यालय दिल्ली/ फरीदाबाद में स्थित है। यह प्राथमिक डेटा के संग्रह के लिए जिम्मेदार है।
      • डेटा प्रोसेसिंग प्रभाग (DPD): इसका मुख्यालय कोलकाता में है। यह नमूना चयन, सॉफ्टवेयर विकास, डेटा प्रसंस्करण, सत्यापन और सारणीकरण के लिए जिम्मेदार है।
      • सर्वेक्षण समन्वय प्रभाग (SCD): नई दिल्ली में स्थित है। यह NSS के अलग-अलग प्रभागों की सभी गतिविधियों का समन्वय करता है।

    NSS के प्रमुख सर्वेक्षण

    • शहरी फ्रेम सर्वेक्षण (चरण 2022-27): इसे शहरी क्षेत्रों के लिए एक विश्वसनीय नमूना फ्रेम तैयार करने और उसे अपडेट करने के लिए आयोजित किया जाता है। यह सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण आयोजित करने के लिए महत्वपूर्ण है। 
    • उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण (ASI): यह संगठित विनिर्माण क्षेत्रक की संवृद्धि, संरचना और बदलावों का मूल्यांकन करने के लिए संपन्न किया जाता है।
    • आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (PLFS): इसका आयोजन 2017 से किया जा रहा है। यह सर्वेक्षण श्रम बल के आंकड़ों का प्राथमिक स्रोत है।
    • मूल्य सर्वेक्षण:
      • उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-शहरी और ग्रामीण;
      • उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-कृषि श्रमिक/ ग्रामीण श्रमिक (AL/RL); तथा 
      • थोक मूल्य सूचकांक (WPI)।
    • Tags :
    • सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय
    • राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (NSS)
    • पी.सी. महालनोबिस
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