QS एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में भारत के विश्वविद्यालयों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। 2016 में इसमें 24 विश्वविद्यालय शामिल थे, जो 2026 में बढ़कर 294 हो गए हैं। इस सूची में भारत चीन (395 संस्थान) के बाद दूसरे स्थान पर है।
रिपोर्ट के मुख्य बिंदुओं पर एक नजर
- शीर्ष पर: एशिया के शीर्ष 100 संस्थानों में पांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IITs), भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बेंगलुरु और दिल्ली विश्वविद्यालय शामिल हुए।
- इस वर्ष रैंकिंग में IIT-दिल्ली को 59वां स्थान मिला। IIT-दिल्ली को लगातार पांचवें वर्ष सर्वश्रेष्ठ भारतीय संस्थान घोषित किया गया।
- प्रभुत्व: ‘पेपर पर फैकल्टी' (Papers per Faculty) सूचकांक में भारत अग्रणी रहा। इसमें भारत के 5 विश्वविद्यालय एशिया के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में और 28 विश्वविद्यालय शीर्ष 50 में शामिल हुए।
- हांगकांग विश्वविद्यालय शीर्ष स्थान पर रहा। उसके बाद पेकिंग विश्वविद्यालय (चीन) दूसरे स्थान पर रहा।
QS एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 के बारे में
- कवरेज: इसमें कुल 1,529 विश्वविद्यालयों को शामिल किया गया था।
- 11 संकेतक: इनमें शैक्षणिक और नियोक्ता प्रतिष्ठा, संकाय-छात्र अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, प्रति शोध-पत्र साइटेशन, पेपर पर फैकल्टी, कर्मियों की योग्यता (PhD), और अंतर्राष्ट्रीय संकाय, छात्रों एवं एक्सचेंज प्रतिभागियों की हिस्सेदारी आदि शामिल हैं।
भारत में उच्चतर शिक्षण संस्थानों की रैंकिंग के लिए घरेलू फ्रेमवर्क्स
- राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF): इसे शिक्षा मंत्रालय के उच्चतर शिक्षा विभाग ने 2015 में लॉन्च किया था।
- अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण (AISHE): इसकी शुरुआत 2010-11 में की गई थी। यह शिक्षक, छात्र नामांकन, प्रोग्राम, परीक्षा परिणाम, शिक्षा वित्त तथा अवसंरचना जैसे कई मापदंडों को कवर करता है।
विश्वविद्यालय शिक्षा में सुधार के लिए पहलें
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